कार्यक्रम की शुरुवात दिप प्रज्वलन के साथ हुयी। कार्यक्रम के शुरूआत
में धरमपेठ निवासी कुमारी सत्यम शिवम सुंदरम गीत पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत
किया । ईशु दादी जी के स्वागत अवसर पर नागपुर के इंडीया बुक में नामधारी
जादूगर भ्राता प्रशांत भावसार ने जादू के सुंदर प्रयोग प्रस्तुत कर सभी को
मनमोहित कर दिया। विश्व शांति सरोवर की संचालिका राजयोगिनी रजनी दीदी ने
प्रथम वर्धापन दिन की खुशी जाहिर करते हुए कहा की पिछले साल जानकी दादी जी
ने इस भवन का उदघाटन किया। भगवान शिव का यह बच्चा विश्व शांति सरोवर एक साल
का हो गया है। यह सरोवर दादीयों की दुआओं से पल्लवीत होता जा रहा है।
दिवंगत पुष्पा राणी दीदी की आशाए पूर्ण हो रही है। पवनसुत हनुमान की तरह
सूर्य के पास आसमान में उडान भर रहा है। उन्होंने ईशु दादी की शान में कहा
कि ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थापना से दादी यज्ञ की भंडारी का काम बखूबी
निभा रही है। उम्र के 94 वे साल में भी दादीजी यज्ञ का कार्य ईमानदारी व
जिम्मेदारी से कर रही है। वे सदा इस बात का प्रयास करती हैं कि यज्ञ का एक
पैसा भी व्यर्थ न जाएं बल्कि वह सेवा में ही लगे। दादी नवरात्री की नऊ
देवियो में धनलक्ष्मी है। वे सदा मौन में ही रहती है और बहनों की उन्नति
एवं सेंटर की उन्नति का वे सदैव ध्यान रखती है। वह सहनशक्ती और गंभीरता की
मुर्ती है। दादी बडों की आज्ञाकारी और एकाॅनाॅमी की मुर्त संज्ञा दी। ईशु
दादी ने अपने आर्शीवचन में विश्व शांति सरोवर के निर्माणकार्य की प्रशंसा
की और कहा कि ब्रहमा बाबा और मातेश्वरी जगदंबा मां के साथ बिताये संस्मरणों
को सभी के साथ सांझा किया। आत्मप्रकाश भाई ने सभी को गहन योग अनुभूती का
अनुभव कराया ।
प्रथम नागरिक महापौर श्रीमती नंदा जिचकारजी ने कहा मुझे
ब्रह्माकुमारी आश्रम में आने पर शांती मिलती है और सब थकान दूर हो जाती है।
उन्होंने विश्व शांती सरोवर को शुभकामना देते हुए कहा की यह स्थान दुनिया
में नाम कमाएंगा। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज व्दारा दिये गए सम्मान के लिए
धन्यवाद दिया और सभी उपस्थितीयों को शुभकामनाए दी। प्रेमप्रकाशभाई को
जन्मदिन की बधाई दी और कहां कि, आप बुलाते रहिए मै आती रहूॅंगी।
डीसीपी
भ्राता गजानन राजमाने जी ने कहा की पुलिस डिपार्टमेंट में क्राइम की ही बात
होती है पर जब से मै ब्रह्माकुमारीज में आ रहा हूॅ मै ऑफिस को मंदीर मानता
हूॅं जो भी ऑफिस में आता है उसकी मदत करता हूॅं। उन्होंने विश्वशांती
सरोवर के लिए शुभकामनायें व्यक्त करते हुये कहां कि,यहा दूर दूर से लोग आकर
भगवान का परिचय प्राप्त करेंगे। उन्होंने ब्रह्माकुमार प्रेमप्रकाश भाई को
जन्मदिन की शुभकामनाए दी।
प्रेमभाई ने अपने 70 वे जन्मदिन के उपलक्ष्य
में सभी को अपने अलौकिक जीवन यात्रा से परिचीत कराया, वे कैसे
ब्रह्माकुमारीज के सम्पर्क मे आये और कैसे आध्यात्मिक जगत में उन्नती की
तथा विदर्भ की पुर्व संचालिका दिवंगत पुष्पारानी दीदी जी के साथ सेवा गांव
गांव जाकर की। उन्होने येशू दादी और सभी भाई-बहेनो का धन्यवाद किया।
प्रेमप्रकाश भाई को एम.एस.सी के टिचर भ्राता निंबालकर सर ने प्रेमप्रकाश
भाई को 100 साल जीने का आशिर्वाद दिया।
माऊंट आबु से पधारे ब्रह्माकुमार
भ्राता देवकुमार भाई ने कहा कि नागपुर का विश्व शांती सरोवर बहुत
भाग्यशाली है क्योकी भूमी पूजन रतनमोहिनी दादी ने किया और उद्घाटन जानकी
दादी ने किया और प्रथम वर्धापन दिन येशू दादी के व्दारा हुआ यह इस भुमी का
भाग्य है। साथ में उन्होंने प्रेमप्रकाश भाई को बधाई दी। उन्होने कहां कि,
प्रेमप्रकाशभाई से बहुत कुछ सिखने को मिलता है, इसमें रजनी दीदी और मनिषा
दीदी ने चार चांद लगाए। पहले जब बन रहा था तो बड़ा लग रहा था और अभी यह छोटा
लगने लगा है। करकरावनहार परमात्मा शिवबाबा है वह करा रहा है। सभी भाई-बहनो
ने प्रेमप्रकाश भाई को जन्मदिन की बधाई दी।